लेखक:
अर्जुन चव्हाण
जन्म : पारेवाडी, ता. परांडा, जि. उस्मानाबाद (महाराष्ट्र)।
शिक्षा : एम.ए., बी.एड., पी-एच.डी. (हिन्दी)। कर्मभूमि : सांगली, शाहूवाडी—सरूड, इस्लामपुर, कराड एवं कोल्हापुर। गतिविधियाँ : सदस्य, सलाहकार समिति, केंद्रीय सचिवालय हिंदी परिषद, नई दिल्ली। सदस्य, महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी, मुंबई। कार्याध्यक्ष, शिवाजी विश्वविद्यालय, हिंदी परिषद, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर की अनेक संस्थाओं के सदस्य और विभिन्न पदों पर कार्य। पुरस्कार एवं सम्मान : महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी का ‘पंडित महावीर प्रसाद द्विवेदी पुरस्कार’ 1998; दस दिवसीय सहस्राब्दी विश्व हिंदी सम्मेलन, नई दिल्ली की ओर से ‘राष्ट्रीय हिंदी सेवा सहस्राब्दी सम्मान’ से विभूषित, 2000; क्रीड़ा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित नेहरू युवा केंद्र, कोल्हापुर की ओर से ‘युवा प्रेरक-मार्गदर्शक सम्मान’, जनवरी, 2001; मावन संसाधान विकास मंत्रालय से संलग्न केंद्रीय हिंदी निदेशालय, नई दिल्ली की ओर से ‘अहिंदीभाषी लेखक—राष्ट्रीय पुरस्कार’, जनवरी, 2002। सम्प्रति : अध्यक्ष, हिंदी विभाग, शिवाजी विश्वविद्यालय, कोल्हापुर-416004 (महाराष्ट्र)। कृतियाँ : राजेंद्र यादव के उपन्यासों में मध्यवर्गीय जीवन, उपन्यासकार राजेंद्र यादव, अनुवाद चिंतन, अनुवाद : समस्याएँ एवं समाधान, परसाई के साहित्य का परिदृश्य, बीसवीं सदी के अंतिम दशक के उपन्यास : परिवेश और परिप्रेक्ष्य। संपादन : आधुनिक हिंदी : कालजयी साहित्य, गद्य-पद्य की आठ पुस्तकों का संपादन। अनुवाद : मराठी आत्मकथा ‘गबाल’ का हिंदी अनुवाद ‘डेराडंगर’ अनेक रचनाओं, लेखों के अनुवाद। |
|
आधुनिक हिन्दी कालजयी साहित्यअर्जुन चव्हाण
मूल्य: $ 19.95 इसमें आधुनिक हिन्दी साहित्य का वर्णन किया गया है... आगे... |
View All >>  
1 पुस्तकें हैं|